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    केवि के बारे में

    “तत्कर्म यन्न बंधाय सा विद्या या विमुक्तये।”

    ‘कर्म वही है जो बंधन में न बांधे, विद्या वही है जो मुक्त करे॥”

     

    ‘केन्द्रीय विद्यालय सिलवासा’ केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली के प्रशासन के द्वारा प्रायोजित है। यह सिविल वर्ग का विद्यालय है, जो बच्चों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा के मानक के अनुरूप शिक्षाप्रद अनुभव युक्त वातावरण मुहैया कराने हेतु समर्पित है।

     

    इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 2000 (दिनांक-12-08-2000) में केवल प्राथमिक अनुभाग के साथ की गई थी, किंतु समय के साथ यह विद्यालय पहली से बारहवीं कक्षाओं के साथ बहुआयामी शिक्षाप्रद अनुभवों के माध्यम से शिक्षा प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यहाँ उच्च माध्यमिक कक्षाओं में छात्रों की स्व-रुचि अनुरूप अध्ययन एवं स्व निर्धारित विकास हेतु विज्ञान, वाणिज्य एवं मानविकी प्रवाह में योग्यता आधारित प्रवेश मिलता है।

     

    केन्द्रीय विद्यालय सिलवासा शहर के केंद्र में स्थित है। इसे केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली द्वारा दो एकड़ भूमि प्रदान की गई है। जिस हेतु विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारी गण, अभिभावक गण एवं छात्रवृंद केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली के प्रशासन के विशेष आभारी हैं।

     

    केन्द्रीय विद्यालय सिलवासा जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिकी विज्ञान, भूगोल एवं संगणक प्रयोगशालाओं से सुसज्जित है। इसमें एक पुस्तकालय, दृश्य-श्राव्य कक्ष, जन संबोधन यंत्र प्रणाली, खेल एवं क्रीड़ा कक्ष और एक चिकित्सा कक्ष भी है।

     

    “हिरण्मयेन पात्रेण सत्यस्यापिहितं मुखम्।

    तत् त्वं पूषन् अपावृणु सत्यधर्मीय दृष्टये॥”

    सुनहरे पात्र से सत्य का मुख ढका है। हे सर्वपोषक ! हे ईश्वर ! आप उसे अनावृत्त कीजिए और सत्य को उजागर कीजिए। जिससे कि,सत्य धर्म निष्ठ साधकों को उसका दर्शन हो सके।